एकर एक अंग्रेज मारवाड़ में आ गियो, बो एक ढोणी में गियो उठे एक लुगाई बैठी खीच कुटती ही।अंग्रेज लुगाई रे खन्ने जा’न बैठो अन पुछियो के कांई करो? लुगाई के खीच कूटू। अंग्रेज बाजरी रो एक फाको खायो अन केयो के बाजरी ईती मीठी अन थे इने कुटो हो। इयो करतो करतो अंग्रेज खासी बाजरी खा गियो। सुबह उठ अन निपटने गियो के निपटना हया कोनी दस मिंट बीस मिंट इयो करतो करतो दो घंटा निकळ गिया। कायो हुन पाछो आयो अन लुगाई ने केयो के बाजरी ने ओर कुटो इसको कुटे जेड़ा ई इना लखण है।