मायरो

हीरा पन्ना री म्हारे चुनड़ी मोलाई, अरे मायरो भरेला थारो जामण जायो भाई

उन्दरे माथे सक

एकर एक उन्दरो जंगळ रे माई खातो खातो नावतो हो। जणो जगळ रा जिनोवर पुछीयो के नावे घणो है भाई। कांई बात है? उन्दरो के केवे जेड़ी बात कोनी। जिनोवरो केयो के तोई बता भाई होयो कांई है। उन्दरो केयो के थोने ठा कोनी?

दो बेली

एकर दो बेली हाँ। एक दिन जंगळ में फिरण वास्ते गिया। रस्ते-रस्ते बेवता हाँ जेड़ेन एक भालू उवोरे स़ोमी आ गियो। भालू उवोने खावण वास्ते दोड़ियो अन के एक तो एक दरखत माथे चड गियो अन दुजोड़ेऊ नाईजियो कोनी। के बो उठे ई पड़ गियो हो। भालू उने खने आपरो स़ूंग अन गियो परो। दुजोड़ो स़

संसार

एक बार मिनक रात रे अंधारे में एक जंगळ में जावतो। रात में उन्ने दिखियो कोनी अर बो एक बेरे में पड़ग्यो। उपर ऊं हेटो पड़ियो। बेरे में एक दरखत हो अर बो हेटो पड़ती टेम उने हाथ में एक टाळी झिलगी। बो टाळी झेलन टीरग्यो। बो दरखत रे नीचे देखियो तो नीचे च्यार साप बैठा हाँ अर ऊण टा

मिठीयो गांव

एक बार एक भोळो मिनक आपरी माँ ने केयो के माँ म्हे म्हारे स़ारे जाऊं हूँ। उने स़ारे रो नोम मिठीयो हो। उनी माँ केयो के बेटा थुं स़ारे तो जाई है पण बेटा थु भोळो घणो है। थु थारे स़ारे रो नोम भुल जाई है, जको रेवण दे। बो केयो के माँ में भुलु कोनी म्हने इयाद रे जाई है। इयो करन

बूढा-बुजुर्गो री सेवा

एक फळ-फरूट रे थेले माथे एक डोकरी फळ बेचती ही। डोकरी खनू एक  मिनक रोजिना फळ ले जावतो हो। फळ लेवती टेम रोजिना बो मिनक डोकरी ने केवतो हो के फळ मीठा नी है। डोकरी बो फळ खान देखती तो बो फळ मीठो निकळ्तो। इयो करतो-करतो खासो टेम हुगो। एक दिन डोकरी रे पाकती थेलाळो मिनक डोकरी ने क

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