हमे म्हे सतगरू अवतारी पाया
अन्तो जोय आत्मा जोई घट में सांम लकाया। टेर
म्हारा सतगरू जी है हिरो री खोंण म्हे हिरा हेत हिरदे सू पाया।
सत सबद अनमोल हिरा म्हे हिरदे पाया
भाग हाँ भव पुरबला जद म्हे सतगरू अवतारी पाया।
सामरत सतगरू सरणे राकियो, धीरज दे सबद सार लकाया
आत्मा जोई अवतारी लकिया सांम सरण निभाया।
अगम खोज रामप्रकास जी खोजी
पिछे री लकायी सोजी उर में दीप जगायो
भगत दीपाराम चरणो री धूड़ा सतगरू अवतारी पाया।
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