1. ई बाई ने घर घणा।
    संस्कारी ने हर कोई राखणी चावे है।


2. ओछा री परीत कटारी रो मरणो।
    ओछा मिनक री दोस्ती बिनो गळती मरा देवे है।


3. अठिने काळ रो पड़णो अर बाप रो मरणो।
     दुख में भळे दुख पड़णो।


4. बाकी सब स़ांग आजा पण बोरी आळो स़ांग नी आवे है।
    बाकी तो सैंग करले पण बिने मतलब री पंचाती नी होवे है।


5. कंगाळ छेल गाव ने भारी।
    बिने मतळब रो दिखावो करणो


6. कनफड़ा दोन्यू दीन बिगाड़ियां।
    गरीबी अर लाचारी में मिनक रा कनफड़ा स़ुज जावे है।


7. कबूतर ने ब़ेरो इज दिखे है।
    जिके मिनक ने जिको जोईजे है उने बोईज दिखे है।


8. कमजोर रो हिमायती हारे।
    कमजोर री पगस लेवणियों ई हारे है।


9. कमाऊ आवे डरतो निकम्मो आवे लड़तो।
    कमावणियों आपरे काम रो ध्यान राखे अर निकम्मो लड़ाई रो।


10. फजिती कराणी।
      इज्जत री मटिया मेळ करणी


11. हाथ री ओंगळियोई बरोबर नी होवे है।
      सेंग जणा एक जेड़ा नी हो सके है चाहे स़गा भाई ई कियो नी होवे।


12. ओंख मिचियोऊं अंधारो नी होवे है।
      बुरो काम नी देखणेऊं बो काम बन्द नी होवे है।


13. ओंधो में काणो राजा।
      की हो जावे पण खुद ने बढिया बतावणो।


14. आज मरे जके ने काल कदे आवे है।
      जिकी चीज री आज जरुत है बा काले लावणेऊं कोई मतलब नी है।


15. आडा आया मा का जाया ।
       काम आवणियो मिनक माँ जायाऊं बतो होया करे है।


16. आडू चालिया हाट, न ताकड़ी न बाट।
      मुर्ख मिनक ने सब उधड़ इज चले है।


17. गेलो रे कांई सींग होवे।
      गेलो केवो की अर करे की है।


18. ऊंट किये करवट बेठे किनेई ठा नी है।
      कदे कांई हो जावे किनेई ठा नी है।


19. ऊँखळी में माथो देर धमकेऊं नी डरणो।
      काम स़रु करियो पछे पाछो लारे पग नी देवणो।


20. अक्ल होवे तो ऊंट उरबोणा कियो फिरे।
      जे गेले मिनक में समज होवे तो गेलो कियो केवे है।


21. दिन में छिया तीन बार फूरे है।
      सैंग टेम एक स़िरकी नी रिया करे है।


22. एक हाथ री ओंगळियों ई बराबर कोनी है।
      स़ैंग जणा एकजेड़ा नी होया करे है।


23. मोंगियो तो मौत ई कोनी आवे है।
      मोंगणेऊं की नी मिळे है।


24. अकल उधारी कोनी मिळे।
      अक्ल जकी खुद में होवे बाईज काम आया करे है।


25. पैला पेट पूजा, फैर काम दूजा।
      आपरो काम सबोऊं पैली करणो।


26. आपने उपजे कोनी, दूजो री मोने कोनी।
      खुद तो की कर सके नी अर करे जके ने करण दे कोनी।


27. घी जाट रो, तेल हाट रो।
      घी जाटों रे घर रो बढिया होवे अर तेल बजार रो।


28. घर री मुरगी दाळ बरोबर।
      खुद री चीज री कोई कीमत नी होवे है।


29. मूख में राम बगल में छुरी।
      स़ोमी तो मीठो बोले अर लारे चुगलियो करे बो काम रो नी है।


30. अणमांग्या मोती मिळे, मांगी मिळे नी भीख।
       बिनो जरुत रे सब मिळ जावे अर जरूत होवे जणे मौत ई नी मिळे है।


31. अणहोणी होणी नी, होणी होय सो होय।
      जिकी नी होणी है बा कीं करलो नी होवे अर जिकी होणी है बा कीम् करियो नी रुके है।


32. आबे रो तारो हाथ ऊं नी तुटे।
      जिको काम जियों होणो है बो इयोज होवेला।


33. मनबायरा पावणा, घी घालू के तेल।
      जिकेऊं मन नी मिळे, उनो कोई मोल नी है।


34. बाप मारी नी माकीं बेटो तीरंदाज।
      बाप तो भोळो भाळो अर बेटो बड़ो चालाक।


35. तीज तियारी बावड़ी ले डुबी गणगौर।
      गिया तो भलाई करणे अर खुद ई फसग्या


36. बींद रे तो लाळो पड़े जणा ज्यांनी कांई करे।
      आप खुद तो लापरवाह अर दुजोड़ो ने दोस देणो।


37. जिको करी स़रम उना फूटा करम।
      जिको काम-काज में स़रम करे बो ब़ेगो इज रूळे है।


38. कमेड़ी बाज ऊं नी जीते।
      खेलाड़ऊं अनाड़ी नी जीत सके है।


39. मिन्नी रे केयो छींको नी तुटे है।
      केई रे केणेऊं कोई काम नी होया करे है।


40. नाच नी जोणे ओंगणो ब़ोंको।
      काम नी होवे जणे दूजे में कसर काडे।


41. आज मरे जके ने काल कद आवे।
      जकी चीज री आज जरूत है बा काम निकळ्यो पछे कोई काम री नी है।


42. कागलो रे उवाड़ा होवे तो उड़ता रे दिखे कोनी।
      कीं नी होवे तोई अणुतरी बढाई करणी।


43. घणो में घण पड़े।
      जितो सलो परेम राखो उतो रिस्तो कमजोर होवे है।


44. खावे स़ूर ठोकिजे पाडा।
      गळत मिनक री संगत में होवे जको सही मिनक सदाई दुख पावे है।


45. आप मरियां बिना सूरग कठै।
      खुद में बिते जणे कोई बात रो ठा पड़े है।


46. आम खाणा के रुखड़ा गिणणा।
       होवे इतो बोलणो बिने मतलब पंचाती नी करणी


47. अठे मरे जको ने अठे बूरे।
      जटे जिकी जरुत है बा उठे इज पूरी होवे है।


48. काळा आखर भै बराबर।
      जिके ने जिकी चीज रो ठा नी है उण वास्ते उनो कोई मतलब नी है।


49. स़ूखो रे स़ाथे लीला ई बळे है।
      गळत मिनक रे स़ाथे रेवे जणे सही मिनक होवे बोई बरोबर पीसिजे है।