तेरी मात केवे गोपीचन्दा अरे छोड माय रा फन्दा
तेरी माता बरजे बन्दा छोड माया रा फन्दा
तेरा पिता बंगाली रो राजा जटे बाजता छत्तिसु बाजा
लंका पति रावण जिया रो संको मोनता सोंई
तेरी मात केवे गोपीचन्दा तज दो माया रा फन्दा
केरु थे इठोतर रे भाई वे पांडवा से करता लड़ाई
वे नर गिया बिलाई जियाई रे कूळ में रयो ना कोई
तेरी मात केवे गोपीचन्दा छोड माया रा फन्दा
मिठे संग माखी लपटाणा मिठे से प्राण गमाना
जिऊ दीपक जले पतंगा ऐसे तज माया रा फन्दा
थारी माता बरजे गोपीचन्दा तज दे माया रा फन्दा।
केवे कबीर धिन माता लाख चोरासी में जाता 2
गरु जलंधर पाया अमरापुर बास बसाया
थारा माता केवे गोपीचन्दा तज दे माया रा फंदा
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