101. स़ाख जमावण में बीस साल लागे है, गमावण में पोच मिंन्ट, जे थे इण बारे में स़ोचोला तो हर चीज नारे तरिकेऊ करोला - वाँरेन बफे
102. जे धन दुजो री भलाई में कोम आवे तो उन्नी की किमत है, नी जणो बो एक कचरों रो ढिगलो है - स्वामी विवेकानन्द
103. एक सबद मे, ओ आदर्स है के थे परमात्मा हो - स्वामी विवेकानन्द
104. बो मिनक अमरत्व हासल कर लियो, जिको किणी सांसारिक चीज वास्ते उतावळो नी है - स्वामी विवेकानन्द
105. गळतियों रोजिना माफ हो सके है, जे थोरे खने उवो ने सविकार करण री तागत होवे तो - ब्रुस ली
106. जितो मुर्ख मिनक एक ग्योन री बातऊं नी समज सके जितो एक बुध्दीमोन मिनक मुर्खतापुर्ण सवालऊं सिख सके है - ब्रुस ली
107. जेड़ो थे स़ोचो बेड़ा थे बिण जावो - ब्रुस ली
108. ब़ैगी री करणी थोने ब़ैगो मुर्ख बणा सके है - ब्रुस् ली
109. खुस रेवो पण सन्तुस्ट मती रेवो - ब्रुस ली
110. सिक्सा पक्की दोस्त है, एक पढियो लिखियो मिनक स़ैंग जगा आदर पावे है,सिक्सा रुप अर योवन दोयो ने हरा देवे है - चाणक्य
111. कोई मिनक आपरे कोमऊ महान होवे है जनम ऊ नी - चाणक्य
112. जद बो बादूर हो उन्नो आदर करियो, बो मतलबी होयो उन्ने मार दियो - शेक्सपियर
113. ओ अपोरो कर्तव्य है के अपे अपोरी स्वतंतरता रो मोल अपोरे खुनऊ चुकाओ - सुभाष चन्द्र बोस
114. थे मने खुन दो में थोने आजादी दूला - सुभाष चन्द्र बोस
115. मातृ-भुमी म्हारो जन्मसिद्ध अधिकार है - बाल गंगाधर तिलक
116. ओ मायनो नी राखे के थे दुनिया में किकर आया, ओ मायनो राखे है के थे अटे हो - ओपराह विनफ्रे
117. जे थे स़ाच देखणी चावो तो ना सहमत अर ना असहमत में उतर दो - ओप्राह विनफ्रे
118. कोई चुणाव मती करो, जीवन ने इयो अपनाओ जियो बो अपोरो सम्रगता है - ओशो
119. जद प्यार अर नफरत दोई नी होवे है जणो सब चीजो खुली दिखे है
120. मांस माटी खावणियां काम फोरो करे है । जीवां नें मार खुदरो जीव स़ोरो करे है ।।
121. बारे आदर मान कठे है घर में पूरो धान कठे है । बे ही लोग म्हनें पूछे है दारू री दुकान कठे है ।
122. एडी कोई गाडी कोनीं जकी आदमी नें संतुष्ट कर सके। एडी कोई साडी कोनीं जकी लुगाई नें संतुष्ट कर सके ।
123. घणां ऊंचा चढोला तो दिखोला ही कोनीं । धडाम सुं पडोला तो झिलोला ही कोनीं।
124. थे तो सोचो कुणं करे बूढां री बेगार। थांसूं तो लाठी भली आठ पौर तैयार।।
125. खावणो माँ रे हाथ रो भलेई जैर ई कियो नी हो ब़ैवणो भाइयो रे भेळो भलेई बैर ई कियो नी हो॥
126. बकरा गधा बोंदरा अन चोथी चंचल नार इतरा तो भुखा भला धायोड़ा करे बोबाड़।
127. ग्योनी सु ग्योनी मिळिया करी ग्योन री बात मुरख सु मुरख मिळिया कियो मुको अन कियो लात।
128. रेवणो भाईयो रे भेळो चाहे बैर ई कियो नी हो खावणो माँ रे हाथ रो चाहे जैर ई कियो नी हो।
129. माँ रे जेड़ो परेम किनोई नी है। माँ ठोक देई है पण दुजे ने ठोकण नी देवे है।
130. गरू गोविंद दोनू खड़े काके लागू पाय बलियारी गरू आपने गोविंद दियो बताय।
131. सुबे उठतो ई धरती माँ ने छुवणी दुजो माँ-बाप ने तळेम करणो।
132. माँ बाप री स़ेवा सब ऊ मोटी सेवा है।
133. कळे माथे जीत हासल करण वास्ते चुप रेवणऊं मोटो कोई सस्तर नी है।
134. पुण्य छप्पर फाड़न देवे है तो पाप थप्पड़ ठोकन लेवे है।
135. दुख इण वास्ते आवे है के, जिन्दगी में मिनक स़ुख रो मतलब जांण सके है।
136. गळत तरिकेऊं सफल होवणऊं सकरो है के, सही तरिकेऊं असफल होणो।
137. जिन्दगी घणी मस्त है, इने बेकार री बातो अर लड़ाई झगड़ो में बरबाद मती करो।
138. जे थे बोलो ला तो जोणियोड़की बातो केवोला, पण स़ुणणेऊं नवी बातो स़िखोला।
139. हरेक दिन स़करो हो आ जरुरी नी है, पण हर दिन की स़करो जरुर होवे है।
140. अपोरी समस्या रो समाधोन सिर्फ अपोरो खने है, दूजो खने तो सिर्फ सुझाव है।
141. जदे तांई थे जिको करो थोने स़करो नी लागे जद ताई थे सफलता नी पा सको हो।
142. कोई काम कितोई मुस्कल हो, जिद अर साहसऊं पूरो हो सके है।
143. सफलता अर असफलता रे बारे में सोचणे में टेम खराब नी करणी काम स़रु करदो।
144. स़ोच जद तांई तंग है, जिन्दगी जद तांई जंग है।
145. स़करा काम करता रेवो, दुनिया चाहे कांई भी स़ोचे।
146. कामयाब आदमी आपरे फेसलेऊं दुनिया बदळ देवे है नाकामयाब मिनक आपरा फेसला बदल देवे है।
147. बितियोड़को दिन नी बदल सको पण आवण आळो दिन आपरे हाथ में है।
148. थोरो हरेक स़पनो स़ाचो हो सके है, जे थामे उणने पावण री हिम्मत होवे।
149. मुसीबत हरेक में आवे है, पण कोई बिखर जावे है अर कोई निखर जावे है।
150. जिका हेटा पड़नेऊं डरे है बे कदेई उड नी सके है।
हमार री टीपणी