1. हरेक बढिया काम री स़रुआत घणी दोरी होवे है - थाँमस कार्लेले

2. री एक भार है जिकी थोरी सफलता रे स़ाथे बेमेळ है, माफी देवण में आगे रेवो अर आपो आप ने सस्बोऊ पेली माफ करो - डेन जाड्रा

3. अन्तदृस्टी रे बिनो कोम करणेऊ खतरनाक दूजी कोई चीज नी है - थामस कालाईल

4. ईमोनदारी ऊ मोटी कोई बापोती नी है - विलियम शेक्सपियर

5. एड़ो मिनख जको कदेई आसा नी करी बो कदेई निरास नी होवे - विलियम शेक्सपियर

6. सिक्सा री जड़ो भलेई खारी हो पण फळ मीठा होवे है - अरस्तु

7. सबोने भाईयों री जियो मिळन रेवणो जरूर स़िखणो चाहिजे, नी जणो मुरखो रे जियो बरबाद हो जावो - मार्टिन लुथर किंग जुनियर

8. सही कोम करणे वास्ते हरेक टेम सही इज होवे है - मार्टिन लुथर किंग जुनियर

9. बिनो मन रे आज तक कोई मोटी (महान) उपलब्धि हासिल नी होई है - राल्फ वाल्डो एमर्सन

10. बे जीत जावे है जिको ने ओ बिसवास होवे है की बे जीत सके है - इमर्सन

11. जिको मिनख इरादो कर सके है, उन्ने वास्ते कोई कोम मुसकिल कोनी - एमर्सन

12. ओपे धर्म अन चिंतण रे बिनो रे सको हो पण मानवीय परेम रे बिनो नी - दलाई लामा

13. हरेक माथे बिसवास करणो खतरनाक है, पण किनेई माथे बिसवास नी करणो ऊणू ई स़लो खतरनाक है - अब्राहम लिंकन

14. चरितर एक दरखत है मोन मरियादा छिया, अपे हर रोज छिया री स़ोचो पण असलियत तो बो दरखत है - अब्राहम लिंकन

15. मिनख जितो आपरे मन ने मना सके है बो इतो राजी रे सके है - अब्राहम लिंकन

16. उण मिनख ने सही गळत केवण रो हक है, जिको सहायता करण री भावना राखे है - अब्राहम लिंकन

17. अगर थे स़ाच बोलो तो थोने घणी की इयाद राखण री जरूत नी है - मार्क ट्रेन

18. जको पढे नी है बो उण मिनकऊ अंकेई बेहतर नी है जको अणपढ है - मार्क ट्रेन

19. स़ोचणो स़ोरो है, कोम करणो दोरो है, पण दुनिया रे माई स़ेंगोऊ दोरो कोम आपरी स़ोच रे जेड़ो कोम करणो होवे है - गोएथ

20. बुध्दी अपे तीन तरिको ऊ पा सको हो, पेली चिंतण करन जिकी उतम है, दुजी, दुजोऊ सीखन जिकी स़ेगोऊ स़ोरी है, तीजी अनुभवऊ जिकी स़ेगोऊ दोरी है - कन्फ्युशियस

21. थे कठेई जाओ राजी खुसी जाओ - कन्फ्युशियस

22. ग्योनी मिनख बेलण में धीमो होवे पण आपरे कोम रे माई आगे होवे है - कन्फ्युशियस

23. गळती करणे में कोई गळती नी है, गळती करणेऊ डरणो सबोऊ मोटी गळती है - एलर्ट हब्बार्ड

24. असफलता री उत्पति जद होवे है जद थे प्रयास करणो छोड़ देवो हो - एल्बर्ट हब्बार्ड

25. अगर बोली मीठी होवे तो स़ेंग बस में हो जावे है, नी जणो स़ेंग दुसमण - शेख सादी

26. ग्योन एक खजोनो है तो अभ्यास इनी कुची है - थाँमस फुलर

27. बुध्दी री किताब में ईमोनदारी पेलो पाठ है - थाँमस जैफर्सन

28. गळत करणे री बजे जेजऊ करणो घणो बढिया है - थाँमस जैफर्सन

29. खाली दिमाक ने खुल्लो दिमाक बणावणो ई सिक्सा रो मकसद है - फोर्ब्स

30. अगर अपे असफलताऊ सिक्सा ले सको हो तो बा ई एक सफलता है - फोर्ब्स

31. हार रे स्वाद रो ठा होवे जणो जीत हमेसा ई मीठी लागे है - फोर्ब्स

32. धनऊ स़करा गूण नी मिळे है, धन स़करे गुणोऊ मिळे है - सुकरात

33. जिको मिनक आपरे मन रो गुलोम बिणन रेवे है, बो कदेई नेतो या एक मोटो (प्रभावसाली) मिनक नी हो सके है - स्वेट मार्डन

34. आपो आपरी सक्ति ने कदेई छोटी मती स़मझो क्योकी एक छोटी चिणगारी एक मोटे जंगळ ने बाळन राख कर देवे है - स्वेट मार्डन

35. आपरी ओंखियों तारो माथे टिकाउणू पेली आपरा पग जमी में गाड़ लो - रूजवेल्ट

36. काल तो निकळ गियो आवणालो काले अजे आयो कोनी, अपोरे खन्ने खाली आज है, आवोरा स़रुआत करो - मदर टेरेसा

37. थे स़ौ मिनकों री सेवा नी कर सको तो एक री मदद कर दो - मदर टेरेसा

38. छोटी-छोटी बातों में बिसवास राखो क्यों की इण में इज थोरी सक्ति निहित है - मदर टेरेसा

39. उमर आपरी स़ोच है, जिकी थे स़ोचो हो उती ई थोरी उमर है - मुहम्मद अली

40. री बुध्दी ने घरऊ बारे निकाळ देवे है, अर किवाड़ रे चिटकणी लगा देवे है - प्लुटार्क

41. चाहे आप रे माई किती योगता हो पण थे एक ध्योन हुन इज कोई मोटो (महान) कोम कर सको हो - बिल गेट्‍स

42. सुबे री टेम घुमणो पुरे दिन रे वास्ते वरदोन है - हेनरी डेविड थोरो

43. जट तक थे ढुंढता रेवो समाधोन मिळता रेई है - जाँन बेज

44. स़ाचऊ प्रेम करो अन गळती ने माफ करो - वाल्टेयर

45. उठो, जागो जट तक मती रुको जठे तक लक्स्य नी मिळ जावे है - स्वामी विवेकानन्द

46. ब्रिमांड री स़ैंग सक्तियो पेलाऊ अपोरी है, बे अपो इज हो जको अपोरी ओंखियों माथे हाथ रख दिनो अन पछे रोवो हो के कितो अंधारो है - स्वामी विवेकानन्द

47. जद तक थे खुद माथे बिसवास नी करो, जठे तक थे भगवोन माथे बिसवास नी कर सको हो - स्वामी विवेकानन्द

48. स़ाच ने हजार तरिको ऊ बताओ पण बो तोई स़ाच रेवेला है - स्वामी विवेकानन्द

49. जिके दिन आपरे स़ोमी कोई समस्या नी आवे है, जणो थे मोन सको हो के थे गळत रास्ते माथे चालो हो - स्वामी विवेकानन्द

50. सबोऊ मोटो धर्म है के आप आपरे स़भाव री प्रती स़ाचा रेवो अन खुद माथे बिसवास करो - स्वामी विवेकानन्द