आवणा पड़ेला दाता2 आज री सत-संग में आवणो पडेला
अरे पेला रे जुगो में राजा पेलाद आया 2
अरे पाच ई करोड़ साधु तारणा पडेला, आज री सभा में।
अरे दूजा रे जुगा में राजा हरिसचन्द्र आया
अरे पांच करोड़ तपसी तारणा पड़ेला
आवणा पड़ेला दाता2
अरे तीजा रे जुगा में राजा जेसळ आया
नव रे करोड़ तपसी तारणा पडेला, आज री सत-संग में..
अरे चोथा रे जुग में राजा मलिकार्जुन आया।
बारह करोड़ तपसी तारणा पडेला आज री सभा में
अरे पोचो रे हाथो संतो सबो ने तारो
अरे कूळ री पीड़ थोने तारणी पडेला
दोई कर जोड़ रानी रुपोदेजी बोले
अरे थाळी माई बाग लगावणा पडेला
बाबजी आपने आवणो पड़ेला