ऐड़ा रे संतो रा लेऊ वारणा हेली वे म्हाने घणा जीतवाई
वो परोऊपकारी संत है म्हारी हेली करे जीवा रो उदार
ऐ पर-कारण रे दुख सेहवे, म्हारे सबदा रा बाण
हो ऐड़ा सायब रा लेऊ वारणा बे म्हाने घणा जीतवाई
नीत रा रे मुख बोले नहीं म्हारी हेली 
नहीं उपदेस गुणखान, सील सन्तोस ज्योरे घट बसे 
अन्दर सुमता रो पार
अरे ऐड़ा सतगरु रा लेऊ वारणा ए हेली
वेद भाव ज्योरे हिये नही मारे सबदा रा बाण
सूरा वे तन मुख केवे कायर तज दे प्राण
ऐड़ा संतो रा लेऊ वारणा म्हारी हेली वे म्हाने घणा सवाय
आपो मेटे अमरा जीव रो म्हारी हेली
हिरदा में करे प्रकास
केवे कबीर सा वेही संत है ऐ हेली सायब रा अवतार
ऐड़ा संतो रा लेऊ वारणा म्हारी हेली वे म्हाने घणा सवाय