1. जद मिनक रो स्वार्थ पूरो हो जावे जणे बो आपऊं मिलणो तो आगो गियो बोलणो ई छोड देवे है।

  2. झुठे मिनक री ऊची अवाज स़ाचे मिनक ने चुप करा देवे है, पण स़ाचे मिनक री खामोसी झुठे मिनक री जड़ो हिला देवे है।

  3. घमण्ड मती करजो जिन्दगी में तकदीर बदळती रेवे है अर काच बो इज रेवे है, तस्वीर बदळती रेवे है।

  4. घमण्ड किण बात रो करणो है, एक रात ऐड़ी ई आवेला, जिके रे पछे कदेई सुबे नी होवेला।

  5. आज रे जमाने में बिने मतलब कोई बात नी करे है तो स़ाथ कोंई देवेला, स़ली उम्मीद मती करजो किणीऊं क्यों के जिकेऊं जितो लगाव होवेला, बो इतो ई गैरो घाव देवेला।

  6. घर ऊं आडो छोटो, आडेऊं ताळो छोटो, ताळेऊं चाबी छोटी पण छोटीक चाबीऊं पूरो घर खुल जावे है, इयो ई छोटा छोटा विचारोऊं मोटा मोटा बदळाव ला सको हो।

  7. स़भाव सकरो राखो, बोईज स़ाथे जावेला, पईयों रो कांई है, सुबे जेब में है आतना होवे के नी होवे।

  8. आपरी कमियों माथे निजर राखो, हर बार दुजे री गळती देखणी ठीक नी है।

  9. मोनकों जिन्दगी में स़ैंग भूल सके है पण किनेई दियोड़ो धोखो कदेई नी भूले है।

  10. मन रा स़करा लोग भलोई एकला हो जावे पण इयो रो भगौन रोजिना स़ाथ देवे है।

  11. चुगली री धार इती तेज होवे है जिकी खून रा रिस्तों ने बाढ देवे है।

  12. जबाब तो हरेक बात रो दियो जा सके है, पण जिका रिस्तों री एहमियत नी जांण सके बे सबदों री एहमियत कांई जांणेला।

  13. दूजी बार ऊनी करियोड़ी चा अर समझौतो करियोड़ो रिस्तो, दोयो में पेला जेड़ी मिठास नी रेवे है।

  14. कोई थोने समजे नी तो सोच मती करो, कियो के स़करा लोग अर स़करी किताबों हर किनेई स़मझ नी आवे है।

  15. जरूरी नी है हरेक सबक किताब ऊं इज सिखीयो जावे है केई सबक रिस्ता अर मिनक सिखा देवे है।

  16. केई बातों स़मझणेऊं नी खुद माथे बीते जणे स़मझ आवे है।

  17. किनेई रोवोण अन आज तांई कोई कदेई हस नी सकियो है, ओ विधि रो विधोन है, जिके ने आज तांई कोई स़मझ नी सकियो है।

  18. उण मिनकऊं कदेई दोस्ती मती करो, जिको आपरी ऊं ऊची अवाज में बात करे है, कियो के जिको आपरी माँ री इज्जत नी कर सके, बो थोरी इज्जत कदेई नी करेला।

  19. जिको ग्योनी है उने समझायो जा सके है, जिको अग्योनी होवे उनेई समझायो जा सके है, पण जिको अभिमोनी होवे है, उने कोई नी स़मझा सके है उने सिर्फ टेम स़मझा सके है।

  20. जिन्दगी में केई लोगों रो स़ाथ छोडणो पड़े है, घमण्ड रे वास्ते नी पण आपरे आत्मसम्मोन वास्ते।

  21. गुण बिनो रूप व्यर्थ है, नरमाई रे बिनो विद्या व्यर्थ है, होस नी है जणे जोस व्यर्थ है, काम नी आवे जणे धन व्यर्थ है, परोपकार नी करण आळे रो जीवन व्यर्थ है।

  22. पछतावो, अतीत नी बदळ सके है, अर चिन्ता भविस्य नी सुधार सके, इण वास्ते वर्तमोन रो अणंद लेणो ई जीवन रो स़ाचो सुख है।

  23. एक रिस्तो एड़ो जरूर राखणो जोईजे, जिण टेम पूरी दुनिया थोरे खिलाफ होवे तो बो एकलो थोरे स़ाथे होवे।

  24. जटे जिके रो दोणो होवे है, टेम उने उटे बुला लेवे है, कोई किनोई दियोड़ो नी खावे है, हर कोई आपरे नसीब रो खावे है।

  25. जिन्दगी में हर तूफोन नुकसोण करण वास्ते नी आवे है केई तूफोन रस्तो आच्छो करण वास्ते ई आवे है।

  26. टेमऊं मोटो सिक्सा देवण आळो आज तांई कोई गुरु नी होयो है, अर विपति ऊं मोटो अनुभव देवण आळो आज तांई कोई इस्कूल नी खुलियो है।

  27. कलियुग री दुनिया में उनीकदर नी होवे है, जिको स़ाची में रिस्तों री कदर करे है, कदर तो उनी होया करे जिको सबोऊं स़लो दिखावो करे है।

  28. झुको इता इज जितो सही होवे, बेवजह झुकणो सिर्फ दूजे रे अहम ने बढावो देणो है।

  29. जे परिस्थियों माथे थोरी पकड़ मजबूत है जणे जैर उगळण आळा थोरो की नीं बिगाड़ सके है।

  30. समझदार आदमी जद सम्बध निभाणो बन्द कर देवे जणे समझ लो के उने आत्मसम्मोन ने जरूर ठेस लागी है।

  31. बदळता लोग, बदळता रिस्ता अर बदळतो मौसम चाहे दिखो मति पण मेसूस जरूर होवे है।

  32. कामयाब होवण वास्ते आपरी मेनत माथे विस्वास करणोजोईजे, किस्मत तो जूवे में आजमाई जावे है।

  33. फळदार दरखत अर गुणवोन मिनक इज झुके है, सूखी लकड़ी अर मुरख मिनक कदेई नी झुके है।

  34. सुबे होवण तांई फूलों ने ई को ठा नी के मिन्दर में जावों कन  मसोणो में , इण वास्ते जेड़ी ई है जिन्दगी इने हस-खेलन जीयो।

  35. विचार एक जळ रे जिंयो है, थे इण में गंदगी मिळावोला तो नाळो बण जावेला अर सुगंध मिळावोला तो गंगाजळ बण जावेला।

  36. म्हने परखणे में पूरी जिन्दगी लगा दी, थोड़ो टेम म्हने स़मजण में लगायो होतो।

  37. किणी म्हने पुछियो के दुनिया में थारो आपरो कुण है, म्हें हसन केयो टेम, जे बो सही है तो सब म्हारा अर नी जणे कोई कोनी।

  38. टेम कद कांई रंग बतावे बो ओपे नी जाणो हो, कियो के जिके राम ने रात रो राज मिलण आळो हो सुबे वनवास मिळियो।

  39. कोई म्हारो बूरो करे बो उनो करम है, म्हें किणीरो बूरो नी करु ओ म्हारो धरम है।

  40. दुनिया में इंसान एक ऐड़ो प्राणी है जिको दरखत काटे अर उनो कागद बणावे अर उने माथे लिखे दरखत बचावो।