जाज बाई ने जोवण दे

मरुधर धरती रो उचो रे बादळियो, बादळिये में जावे गेरी जाज

जाज बाई ने जोवण दे, अरे बादळिये में चमके गेरी बीज

जाज बाई ने जोवण दे।

पीर बाडाणे सू उडी रे जाजड़ली, आ पीवरिये रा चकरिया चलाय

जाज बाई ने जोवण दे।

हिरे रे मोतीड़ो रो गजरों गुंथायो, रेसम के री लुम्बा रे लगाय

जाज बाई ने जोवण दे।

फिरतो कागलियो घणो जी बोले, बागा माई बोले कोयल आप

जाज बाई ने जोवण दे।

स़ावण तीजो रो म्हारे बीरोजी ने भेजी, ओ मेली मेली सातु वाळी तीज

जाज बाई ने जोवण दे।

उडती जाजोड़ी उची तो रे चडगी, ओ जी पीवरिये रा कागलियां उडाय

जाज बाई ने जोवण दे,

मरुधर धरती रो उचो रे बादळियो, बादळिये में जावे गेरी जाज

जाज बाई ने जोवण दे,