अरे नर चेत रे चेत रे थारो चिड़िया चुग गई खेत नर नुगरा रे
चेत रे नर थोड़ो मन माई चेत रे अब तो दिल माई चेत जा।
थारे गुरु नाम री आटी, अबे कुण चडाई थाने घाटी रे
थोड़ो मन माई चेत जा।
अरे नर चेत रे चेत रे थारो चिड़िया चुग गई खेत नर नुगरा रे
चेत रे नर थोड़ो मन माई चेत रे अब तो दिल माई चेत जा।
अरे गुरुजी बताया थने भेद रे, थारी कटे करम वाळी रेख रे
अब तो दिल माई चेत रे
अरे बिन जाणी बिन ढाणी रे गाडा रे खाईगो आखी
अब मन जाग जा, अब तो मन में जाग जा।
गरु चरण दास री आ वाणी बिन सार सबद पैचाण रे
अब तो मन जाग जा रे, थारी चिड़िया चुग गई खेत रे
- कोई सुझाव मेलो