नाचले ले मन लेहरी, नटवा नाच ले मन लेहरी (टेर)
सतगरु तुझ पर किरपा किनी, दिल में समझ घणेरी
नटवा नाच ले मन लेहरी।
सत रा बाण सूरो साधे दया धरम री डोरी
गुरु गम डाको ग्योन फोल की बाजण दे आठोपोर री
नटवा नाचो रे मन लेरी।
खमिया गुगरा बोंध पगो रे कसमस-कसमस केरी
अविनासी रे आगे खेलो, पावों पोहच घणेरी
नटवा नाचले मन लेहरी।
अन्दर-बायर जबतब जोणे नाच रयो है तेरी
केवे कबीरसा समझ मन मेरा, नुरजण माया फेरी
नटवा मन नाच लेहरी।
सतगरु तुझ पर किरपा किनी सायब किरपा किनी
दिनी समझ घणेरी, नटवा नाच ले मन लेहरी।
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