में तो लिनो सांवरा ने मोल, लिनो गिरधारी ने मोल
कोई केवे छाने, कोई केवे चोड़े, बाजे है गेरा-गेरा ढोल
माही री में तो लिनो सांवरा ने मोय।
कोई केवे मेंगो, कोई केवे सस्तो, लिनो है मनड़ा रे मोल
महिया में तो लिनो सांवरा ने मोल।
कोई केवे हळको, कोई केवे भारी, लिनो तराजु में तोल
ऐ मईया में तो गिरधारी ने मोल।
कोई केवे काळो, कोई केवे गोरो, लिनो गुंघट पट खोल
माई में तो लिनो सांवरे ने मोल।
केवे बाई मीरा, गिरधर रा गुण, पुरब जलम रो कोल
ऐ मईया में तो लिनो सांवरे ने मोल।
बाळापण रा किसन कानजी, पढिया हेत पचास
तुमसे लगायो जीवड़ो रे, जीऊं सरवर बांधी पाळ
सजधजियो रे गोपाळ बीरा, सर्वसुख सब पाय।
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