अरे भाई गरु रा वचना में दोरो हालणो
बेणो खाण्डा री धारा, धारा चुका ने अणिया मार सी।
पाच बळदा री गाडली, उजड़ खड़िया जावे
सुगरा मिळ जावे बाने सागड़ी, घेरने मारग लावे
अरे भाई गरु रा वचना में दोरो हालणो।
गरु लोभी चेलो लालची, रिळ-मिळ खेले डावा
दोनो डूबेला बुद्दी बायरा, बेवे पत्थर वाळी नावा
अरे भाई गरु रा वचना में दोरो हालणो।
पाच बिसे ने परगने, बेई संत कहावे
धरमी दास री अरज विणती, बैठा बैकुण्ठा जावे
गरु रा वचना में दोरो हालणो, हिरदे धरो मेरा भाई।
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