आज दिन उगो भलो ई, जागा भाग मेरे गरु भेटिया
घरे बैठा ई, आज दिन उगो भलो ई रे।
कोटी रे कोटी वन्दन गुरु सरणा माई रे
सूता प्रासित अस्वजळ मोरा, दरसण किया ई हे
आज दिन उगो भलो ई, जागा भाग मेरे गरु भेटिया
गुरु गोविन्द, गोविन्द गुरु दाता जग में आया है
गरु की महिमा अजित गोविन्द से वरणी नी जाई रे
आज दिन उगो भलो ई, जागा मेरा भाग परम गरु भेटिया रे।
जीवन तारण कारण स्वामी देह धर आई रे
आप ही होई जहाज गरु तारी होय
जीव मुगताय हे आज दिन उगो भलो ई हे।
निजर नाळ  कियो गरु मेरा भरम मिटाईये
पद पूरण आ कमन्दर छाया, सुख में समाय हे
आज दिन उगो भलो ई, जागा भाग मेरे गरु भेटिया
घरे बैठा ई, आज दिन उगो भलो ई रे।
जम रा दूत अबे नहीं नोखे मोऐ रामदुवाई है
हंस रे बाण सायब गुरु चरणे बदावो गावे हे 
आज दिन उगो भलो ई, जागा भाग मेरे गरु भेटिया
घरे बैठा ई, आज दिन उगो भलो ई रे।