नव रे नेजा पोणी झरे, पगड़ो री भीजे कोर म्हारा बीरा
जळ रे भेळा जळपिया, जळ सू तो केड़ी भरोत म्हारा बीरा
जळ रा प्याला ओळक लेणा हाँ..…
इण काया रे माई आंतड़ियो हेला पाड़ रोवे म्हारा बीरा
हरिजन आवे हिरामोल, नुगरा तो भर-भर जावे म्हारा बीरा
जळ सू तो केड़ी भरोत म्हारा बीरा, जळ रा प्याला ओळक लेणा हाँ..…
इण काया में समन्दरियो, नीर करे हिलकोर म्हारा बीरा
संत होवे तो भर पिये, नुगरा तो भर-भर जावे म्हारा बीरा
जळ सू तो केड़ी भरोत म्हारा बीरा, जळ रा प्याला ओळक लेणा हाँ..…
इण काया में ओमलियो कोयल करे किलकोर म्हारा बीरा
कोयल काग दोई जोड़े रे होया, कोयल काग सू डर म्हारा बीरा
जळ सू तो केड़ी भरोत म्हारा बीरा, जळ रा प्याला ओळक लेणा हाँ..…