म्हारे ढोले री चंग बाजे अळगोजे रे संग फागण आयो रे
रूख-रूख री नवी कूपळां गीत मीलण रा हमे गावे
बन ब़ागो मै काळा भंवरा कळी कळी ने हरसावे
म्हारे ढोले री चंग बाजे अळगोजे रे संग फागण आयो रे
गूंजे ढोलक ताळ मृदंग बाजे ढोले री चंग फागण आयो रे
आज बणी हर नारी राधा नर बणीया है आज किसन
म्हारे ढोले री चंग बाजे अळगोजे रे संग फागण आयो रे
रंग प्रीत रो एड़ो बिखरीयो गळी गळी है बिंदरावन
हिवड़े-हिवड़े उठे तरंग बाजे ढोले री चंग फगण आयो रे
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