एकर अकबर बादसा घोसणा करी के जको मिनक पुरी रात नाडी रे माई बिनो कपड़ो उबो रे जाई है उन्ने बादसा ईनोम देई है। अठिने स़ियाळे रो टेम हो। कोई मिनक पोणी रे माई रेवण वास्ते तियार नी होया हाँ। एक मिनक रे रुपियो री अड़ी ही बो तियार हुगो। पुरी रात नाडी रे माई उबो रे गियो। अकबर बादसा मेहल में बुलायो। उण मिनक ने पुछियो के थू पुरी रात नाडी रे माई उबो हो। आ बता के थु किकर रियो हो पोणी इतो ठंडो हो? मिनक केयो के बादसा म्हे पुरी रात आपरे मेहल रे माई लाईट लगती ही जकी ने देखन उबो रे गियो। अकबर बादसा केयो केयो के आ तो गळत है। थने लाईट रो तप लागतो हो जणो तू उबो रेगो हो। जणो थन्ने ओ ईनोम हमे नी मिळेला। मिनक ने इनोम नी दियो।  मिनक मुंडो उतारन गियो परो। एक दिन बीरबळ अर अकबर बादसा स़िकार माथे गिया। उटे बादसा ने भूख लागी। बादसा बीरबळ ने केयो के बीरबळ खिचड़ी बणा दो। बीरबळ देगड़ी उची बोंध दिनी अर निचे थोड़ोक ब़ाधी बाळ दियो। घंटो भर हुग्यो खिचड़ी स़िंजी कोनी। बादसा आन देखे तो देगड़ी रे तप ई को लागे है नी। देगड़ी उची घणी रखियोड़ी ही। जणो बादसा बिरबळ ने केयो के, बीरबळ देगड़ी रे तो तप ई कोनी लागे है आ खीचड़ी कणो स़िंजेला। जणो बीरबळ केयो के, राजा साब देगड़ी इती उची है जणो तप नी लागे है आ बात तो आपने ठा है पण आप बतावो आपरे मेहल री लाईटऊं उण मिनक ने तप किकर लागगो। अकबर बादसा ने बात स़मझ आ गी। मेहल में गिया अर उण मिनक ने बुलायो अर इनोम दियो हो अर आपरी भुल री माफी मोंगी।