एकर एक चेलो गुरुजी ने पुछियो के गरुजी थे मिनको री भलाई करो हो। थोने इणु कांई मिळे है। गुरुजी चेले ने की नी केयो। दुजोड़े दिन दिनुगे गरुजी उण चेले ने अर एक दुजे चेले ने बुलायो। गरुजी  एके ने एक खाली बोरी झिला दी अर एक ने भरियोड़ी बोरी ऊँचा दिनी। दोयो ने केयो के जके रे खन्ने भरियोड़ी बोरी है, बो रस्ते में कोई मिनक मिळे तो उण बोरीऊं एक चीज काडन देवतो जावणो है। खाली बोरी आळे ने केयो के थने जकी चीज रस्ते में मिळे बा बोरी में भरतो जाणो है। दोनो ने ई दुजे गांव में मेल दिया। जके खन्ने भरियोड़ी बोरी ही बो चीजो देवतो गियो हो जणो उनो भार कम होवतो गियो। जके रे खन्ने बोरी खाली ही बो बोरी भरतो गियो। उन्ने भार स़लो होवतो गियो दुजे गांव में गिया जेडे एके री बोरी तो खाली होगी अर दुजोड़े री बोरी भरिजगी। भार स़लो हो गियो। दोई पाछा गरूजी रे खन्ने आया। चेलो गरूजी रा पग पकड़िया अर माफी मोंगी


सिक्सा- गियोन बाटणेऊं भार कम होवे है अर भेळो करणेऊं भार होवे है।