जोगी किसका धरता ध्याना

किणरा धरता ध्याना रे जोगी, नाम धरता तो रे सब मिट ज्यावे
कुळ नाम नहीं मान्या रे, संतो किणरा धरता ध्याना
धर, असमान, पवन नहीं पाणी, चान्द सुरज नहीं तारा
इण्ड ना पिण्ड सुद-बुद भी नाही रे संतो किणरा धरता ध्याना
कुळ नाम नहीं मान्या रे, संतो किणरा धरता ध्याना

राम भजन गुण गायलो रे भाईड़ो

राम भजन गुण गायलो रे भाईड़ा, जब-लक सुखी सरीर
भाग भला ज्याने सतगरु मिळिया, पड़िया सतसंग में जीव
होय हंसा चुग लिजियो रे बीरा नाम अमोलक हीर
राम भजन गुण गायलो रे भाईड़ा, जब-लक सुखी सरीर।
जोबन बचाबच लिजिये रे देर मती करी म्हारा बीर

मन बिना करम नहीं होता

आप गरुजी इन्दर होय बैठा, निरमल नीर होय उठा
एक बूंद का सकल विचारा, अरस-परस होय फुटा
धरा सोहन असमोन जद लेता रे हम तुम दोनो कुण था रे
मन बिना करम नहीं होता रे हाँ.....…
मात-पिता तो करम माई मिळिया, किनी करम वाळी पूजा
जद रे पिताजी होता ऐकला, पुतर जल्मिया दुजा रे

उल्टी वाणी

घड़ो ना डुबे म्हारी घड़ी नी डुबे, हाथी मल-मल नावे रे
गढ कोंगरे पोणी चडिया, चिड़ियों तिरी जावे रे
देखलो मेरा भाई नाव में नदियो तो डुबी जावे रे हाँ...…
सासु कवारी बहु अमल में, नणदण स़ुवाड़ खावे रे
देखण वाळी पुतर जल्मियो, पाड़ोसण हिला गावे रे

सतगरु ऐसा खेल रचाया

खबर करो खिलका में कियाली
आप अलोपत काया, ऐसा सतगरु मेरा खेल रचाया।
कर चोकस तन की चौखी, अरद उरद सुलझाया
उलटिया पवन कमल माई पलटिया, पंखनाळ रस खाया
ऐसा सतगरु मेरा खेल रचाया।
डावी ईगळा जीवणी पींगळा सुखमण सेज बिछाया
लग रया तार तिरवेणी नाखे, अजब झरोखे आया रे

गुरु महिमा

आज दिन उगो भलो ई, जागा भाग मेरे गरु भेटिया
घरे बैठा ई, आज दिन उगो भलो ई रे।
कोटी रे कोटी वन्दन गुरु सरणा माई रे
सूता प्रासित अस्वजळ मोरा, दरसण किया ई हे
आज दिन उगो भलो ई, जागा भाग मेरे गरु भेटिया
गुरु गोविन्द, गोविन्द गुरु दाता जग में आया है

आई भादवे री बीज बाबा

सावण आयो भादवो रे बाबा, आई कोई भादवा री बाज
म्हाने दरसण दे जो रे।
रुणझूण बाजे गुघरा रे कोई, घोड़े रे बाजे पौड़
म्हाने दरसण दे दो रे
देवळ दिसे रे बाबा दिपवा रे, कोई धजा रे फरुके असमोन 
बाबा चरणो में राखो मोई रे बाबा
बांजिया तो कोई देवरे रे बाबा

हस-हस मीठो बोलणो हंसा

हस-हस मीठो बोलणो रे हंसला, फेर मिलाला भाई नाय
नदी रे किनारे एक रुखड़ो, उबो करे रे विनास
पेला रे झड़ सी बीरा पानड़ा रे हंसा, पछे जड़ मूळ सू जाय
हस-हस मीठो बोलणो रे हंसला, फेर मिलाला भाई नाय।
पान झड़ंता बोलिया रे सुण सरवर म्हारी बात

असल फकिरी धार

बड़ले री डाळी हिंडो मांडियो रे, गळे रे लगा दिनी भाई आग
लाग्यो रे हिंडोळो हरि रे नाम रो रे, जोगी राजा बे किसा अमरापूर जाय।
जटा रे बदाया हरि ना मिळे रे, हर कोई लेवे ना बदाय
जटा रे बदावे कोई वन में रिछड़ा जोगी राजा, बे किसा अमरापूर में जाय।

काया नगर रे बिच में

काया नगर रे बिच में रे, लेरिया रे लाम्बा पेड़ खजूर
चडे तो मेवा चाख ले रे, पड़ता रा चकना चूर
भजन में सुख घणा रे, लागी राम से डोर लेरिया रे।
माखी बैठी सेत पे रे, लेरिया पंख रही लपटाय
उडणे रा सासा भया रे, लालच बूरी बलाय

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